उन्नाव रेप पीड़िता का रविवार को संदिग्ध परिस्थितियों में एक्सीडेंट हो गया. घायल पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है. हादसा इतना भयानक था कि पीड़िता की मौसी और चाची की जान चली गई. पूरा हादसा ही संदेहास्पद नजर आ रहा है. इसे लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.
ट्रक की नंबर प्लेट पर कालिख क्यों पुती थी?
जिस ट्रक से एक्सीडेंट हुआ, उसकी नंबर प्लेट पर कालिख पुती हुई थी. यह चीज हादसे में साजिश की ओर इशारा कर रही है. आखिर ट्रक ड्राइवर क्यों अपने वाहन का नंबर छुपाना चाह रहा था. लोग सवाल उठाते हुए कह रहे हैं कि यह तभी हो सकता है, जब वो किसी घटना को अंजाम देकर फरार होने की फिराक में हो.
ट्रक ड्राइवर की गिरफ्तारी हो चुकी है. उम्मीद है एक ईमानदार जांच से इस सवाल का जवाब मिल सकेगा.
साथ क्यों नहीं थे सुरक्षागार्ड?
पीड़िता और परिवार वालों की सुरक्षा के लिए जो गार्ड तैनात किए गए थे, वे सफर के दौरान उनके साथ मौजूद नहीं थे. पुलिस के आला अधिकारियों ने इसे स्वीकार किया है.
उन्नाव के एसपी ने इस बारे में जवाब देते हुए कहा कि वो जांच करेंगे कि सफर के दौरान सुरक्षागार्ड पीड़ित के साथ क्यों नहीं थे.
ऐसे में सवाल उठता है क्या किसी प्लान के तहत सुरक्षाकर्मियों को पीड़िता से अलग किया गया?
पीड़ित के परिवार के खिलाफ पहले हो चुकी है हिंसा
पीड़ित ने जब रेप कि शिकायत की थी तो उसके पिता की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. हत्या का आरोप विधायक के भाई और उसके साथियों पर लगा. मामले में सभी जेल में हैं.
लोग सवाल उठाते हुए पूछ रहे हैं कि जब पिता की हत्या की जा सकती है तो बेटी के खिलाफ भी साजिश क्यों नहीं रची जा सकती.
विधायक सेंगर पर पीड़िता ने लगाए थे आरोप
पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसके साथ चार जून, 2017 को अपने आवास पर दुष्कर्म किया था. नाबालिग पीड़िता वहां अपने एक रिश्तेदार के साथ उनसे नौकरी मांगने के लिए आई थी. शिकायत के बावजूद उन्नाव पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. इस पर पीड़िता ने सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास पर आत्मदाह की कोशिश की थी.
कुलदीप के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 363, 366, 376, 506 और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज है. यूपी सरकार ने पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी, जिसे इसने मंजूर कर लिया है. कुलदीप सेंगर बांगरमऊ से बीजेपी विधायक हैं . कुलदीप उन्नाव के अलग-अलग विधानसभा सीटों से चार बार से लगातार विधायक रहे हैं.